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करोड़पति बना देगी गधों और बकरियों का दूध



myfeelहम बचपन से सुनते आ रहे हैं कि वक्त पड़ने पर गधे को भी बाप कहा जाता है तो जब  तो वक्त पड़ने पर गधी  को क्या कहा जाएगा?????? बेशक यह सवाल होता है. वक्त पड़ने पर गधे को बाप तो गधी को मां कहा जाता है।

 यह बात इसलिए कहा जा रहा है कि कि पुणे में चांदी के चम्मच से गधी का दूध लोगों को एंटीबायटिक के रूप में पिलाया जा रहा है और गधी के दूध से यहां 40 से 35 हजार पचास हजार तक कमाई हो रही है पॉइंट वाली बात यह है कि गधा गधी सदियों से हम लोग के हंसी मजाक उस पर करते आ रहे हैं कि गधा गधा ही होता है, वगैरा-वगैरा पर शायद हम लोग को यह नहीं मालूम है कि गधी के दूध में औषधि एंटीबायोटिक के गुण होते हैं जो कई बीमारियों से संक्रमण से वायरस से इंसान को बचाता है उसकी हिफाजत करता है यह बात महाराष्ट्र और केरल में प्रयोग द्वारा द्वारा सफल हो गया है पुणे के स्वारगेट के करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर पद्मावती माता के पास सहकार नगर के इलाके में रमेश जाधव लगभग 13 साल से लोगों को यह दूध चांदी के चम्मच से पिला रहे हैं सोचिए कैसा भी इसका दूध है कि लोगों को चांदी की चम्मच से पिला रहे हैं

दरअसल बात यह है कि चांदी में भी बीमारियों से लड़ने के गुण होते हैं और गधी के दूध में भी बीमारियों से लड़ने के गुण और चांदी की चम्मच से दवा पिलाकर यह हर महीने ₹40000 कमा लेते हैं और कहां गया कि ज्यादा लगभग 13 साल से चला रहे हैं और उनका यह काम है यह साल से इस काम को करते आ रहे हैं आयुर्वेदिक डॉक्टर लोगों को इस दूध का दूध पीने के लिए रमेश यादव के पास भेजते हैं और ज्यादा हैं जो डॉक्टर से कही गई बातों को सबको गधी का दूध पिलाते हैं डॉक्टर वासु बताते हैं कि गधी के दूध में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले सो जाएं एंजाइम होते हैं हम इससे सर्दी खांसी अस्थमा गले का इनफेक्शन पुराना बुखार जैसे कई लोग ठीक होते हैं यह हमारी रोगों से लड़ने में बहुत मदद करता है और जो कमजोर होते हैं

 उनको गधी का दूध पिलाया जाए रोज कम से कम 100 मिलीलीटर गिर जाए तो उसकी सेहत में काफी इजाफा होगा यह बात तो सिर्फ हम लोग के साथ की होगी यह जानकर तो और हैरानी होती है कि गधी के दूध से अब ब्यूटी प्रोडक्ट पर बन रहा है और ऑनलाइन बेचा जा रहा है गधी का दूध का कीमत कितना हो चुका है सालाना हर साल 20 से 30 लाख रुपए 2000000 रुपए से अधिक बहुत अधिक कमाई हो रही है लोगों का दावा है कि मिल्क से स्किन एलर्जी दूर होती है और खूबसूरती भी निखरती है और महाराष्ट्र के सोलापुर में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस छात्र भी गधी के दूध से ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने का काम कर रहे हैं 17 में यहां की छात्राओं ने अपने साथियों के साथ मिलकर डेयरी फार्म खोला था, गधी के दूध  बहुत ही जल्दी खराब हो जाता था, इसलिए उन्हें इससे ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने की शुरुआत की,

 गधी का दूध छात्रों ने भी काफी स्मार्ट किया उन्होंने पालने वाले 14 परिवारों से दूध लेना शुरू किया इन परिवारों की इससे 15 से ₹30000 तक मासिक कमाई हो जाती है अभी हर महीने ₹28000 से अधिक ब्यूटी प्रोडक्ट बन  रहे हैं. वह भी गधी के दूध से बना हुआ हमारे भारत देश में गधों और चारों के कल्याण के लिए काम करने वाले सरकारी संगठन द सेंचुरी इंडिया के कोऑर्डिनेटर डॉ रमेश कुमार बताते हैं,
 कि भारत में करीब 200000 गधे और 200000 गधी हैं यानी 186000 गधे और लगभग एक लाख तीस हजार गधी है.

 देश में सबसे अधिक गधे अगर कहा जाए तो वह राजस्थान में है यानी 36 हजार के करीब इसके बाद उत्तर प्रदेश में 22 हजार के करीब गुजरात में 16000 के करीब गधी है। और महाराष्ट्र में 12000 से भी ऊपर गधे यहां मौजूद है और इन गधों से दूध निकालने का काम होता है ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने का काम होता है लोग अलग-अलग तरह से इनका इस्तेमाल करते हैं आज के जमाने में फिर यह नहीं कहा जाएगा कि गधा गधा ही होता है.

आज इनसे बहुत सारी काम निकल रहे हैं यह लोगों के तो काम करता ही है पर वक्त पड़ने पर अपना दूध से भी दूसरों की जान बचाता है इंसान तो इंसान ही है और जानवर जानवर होता है पर सबसे ज्यादा उपकार और मोहब्बत हमें जानवरों से मिलती है यह हमेशा हमारी भलाई करते रहते हैं और हम हैं जो इनके बारे में कभी नहीं सोचते हैं यह हमेशा हमारे फायदे ही फायदे करते रहते हैं और हम हैं उनके बारे में बिल्कुल सोचते भी नहीं अगर कभी भी आपको जानवरों की हिफाजत करने का मौका मिले सेवा करने का मौका मिले तो कोशिश जरूर कीजिएगा वरना एक बार सोंचियेगा

यह बात तो मैंने गधे के बारे में बता दी पर एक छोटी सी बात में बकरी के बारे में बताना चाहता हूं बकरी का दूध भी किसी अमृत से कम नहीं है बकरी का दूध अभी भी दिल्ली में इतना महंगा मिल रहा है 1 लीटर बकरी का दूध हजारों रुपए किलो मिल रहा है और 100 ग्राम की कीमत 530 दिख रही है यानी ₹5000 किलो भी अगर बकरी का दूध वहां मिले तो लोग खरीद रहे हैं. और उसका इस्तेमाल कर रहे हैं हालांकि बकरी के दूध में दिल्ली में सबसे ज्यादा पॉल्यूशन है वहां वहां सब को टाइफाइड हो रहा था यानी देश के हर हिस्से में टाइफाइड हो रहा था तो बुखार उतारने में बकरी का दूध सबसे ज्यादा फायदा करता है इसलिए वहां सब बकरी का दूध इस्तेमाल कर रहे हैं

अगर आपके पास भी बकरी है या गधे हैं उसका दूध का सेवन जरूर करें  इसका सही इस्तेमाल करें और लखपति बना सकती है गरीब और गधे कभी भी जानवरों को छोटा ना समझे हिफाजत करें और ताकि आपको अपना समझ सके हां

 जानवर आपको पोस्ट कर दूध बेचना हो तो लोगों से संपर्क करके उसे सही जगह बेचे  आज के जमाने में सिर्फ थोड़ा सा अगर ज्ञान लगाया जाए तो आदमी आज के जमाने में गरीब नहीं रहेगा थोड़ा सा सोच अगर बढ़ाया जाए तो आदमी आज गरीब नहीं रहेगा बस अपनी अकल का थोड़ा सा इस्तेमाल करना जरूरी है और यह जानवर भी आपको लखपति बना सकती है
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