बिहार के कुछ ऐसे महान हुए हैं जिन्हें पूरी दुनिया याद रखती है
बाबू कुंवर सिंह अपने हाथ काटने की वजह से बहुत ही प्रसिद्ध हुए क्योंकि इन्होंने अपना हाथ गंगा में काटकर बहा दिया था क्योंकि उस हाथ में इन को गोली लग गई थी अंग्रेजो की तो बिना कुछ सोचे समझे उन्होंने उस अंग्रेज की गोली लगी हुई हाथ को काट कर गंगा में समर्पित कर दिया इसीलिए बाबू कुंवर से बहुत ही प्रसिद्ध है और बाबू कुंवर सिंह के बारे में बिहार की औरतें अप्रैल आने पर इनके लिए गीत गाती हैं और गुनगुनाते हैं
और इतिहास के पन्नों में इन बिहारियों ने अपना नाम और बिहार का नाम रोशन कर दिया है उन्हीं लोगों में से कुछ लोगों के बारे में मैं बताने
वाला हूं कि बिहार के लोग कौन कौन थे और उन्होंने क्या किया उनका जन्म कब हुआ था और वह किस लिए बहुत ही प्रसिद्ध है बहुत ही विख्यात हैं बहुत ही पॉपुलर हैं तो आइए
वाला हूं कि बिहार के लोग कौन कौन थे और उन्होंने क्या किया उनका जन्म कब हुआ था और वह किस लिए बहुत ही प्रसिद्ध है बहुत ही विख्यात हैं बहुत ही पॉपुलर हैं तो आइए
- बाबू कुंवर सिंह----- बाबू कुंवर सिंह का जन्म भोजपुर जिला के जगदीशपुर गांव में हुआ था /
बाबू कुंवर सिंह अपने हाथ काटने की वजह से बहुत ही प्रसिद्ध हुए क्योंकि इन्होंने अपना हाथ गंगा में काटकर बहा दिया था क्योंकि उस हाथ में इन को गोली लग गई थी अंग्रेजो की तो बिना कुछ सोचे समझे उन्होंने उस अंग्रेज की गोली लगी हुई हाथ को काट कर गंगा में समर्पित कर दिया इसीलिए बाबू कुंवर से बहुत ही प्रसिद्ध है और बाबू कुंवर सिंह के बारे में बिहार की औरतें अप्रैल आने पर इनके लिए गीत गाती हैं और गुनगुनाते हैं
मंगल पांडे --- मंगल पांडे को कौन नहीं जानता इनका जन्म वर्तमान भोजपुर जिला के निवासी थे उनका जन्म वही हुआ अट्ठारह सौ सत्तावन ईसवी के सिपाही विद्रोह के वह प्रथम क्रांतिकारी थे जिन्होंने अंग्रेज कमांडर की हत्या कर दी थी और वह खुद शहीद हो गए थे लड़ते-लड़ते मंगल पांडे को आज भी पूरी दुनिया याद रखती है क्योंकि उनकी वीरता और साहस पर आज भी लोग शायरियां गाने और बहुत ही हिम्मत वाली बातें कहते हैं इसलिए मंगल पांडे बहुत ही प्रसिद्ध है जो कि यह बिहार के हि थे ;
मौलाना मजहरुल हक----- इनका जन्म 18 से 66 ईसवी में पटना के नजदीक बाहर पूरा गांव में हुआ था देश की आजादी में इनका महत्वपूर्ण हिस्सा है और इन्होंने पटना में सदाकत आश्रम की स्थापना की और इस आश्रम से बहुत ही इंसान को फायदा हुआ मौलाना मजहरुल हक भी बिहारी के थे;
- सैयद हसन इमाम --सैयद हसन इमाम पटना से लेकर नेवरा गांव के निवासी थे यह पहले बिहारी थे जिन्होंने वकालत की डिग्री और शिक्षा इंग्लैंड से प्राप्त की थी और इन्होंने वकालत करके पूरे बिहार भर में बिहार का नाम रोशन किया और अपनी वकालत से पूरे इंसानियत को फायदा पहुंचा है
- डॉ सच्चिदानंद सिन्हा--- डॉ सच्चिदानंद सिन्हा प्रसिद्ध बैलेस्टिक एवं लेखक थे और उन्होंने भारत का संविधान तैयार करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था जो कि एक बिहारी ही थे
डॉ राजेंद्र प्रसाद------ डॉ राजेंद्र प्रसाद को कौन नहीं जानता डॉ राजेंद्र प्रसाद स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे और इनका जन्म 1884 ईसवी में वर्तमान सिवान जिला के जीरादेई नामक गांव में हुआ था देश की आजादी में इनका महत्वपूर्ण योगदान था और डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद अपने बुद्धि के लिए भी काफी प्रसिद्ध है
डॉक्टर अनुग्रह नारायण---- अनुग्रह नारायण सिंह का जन्म 1857 में औरंगाबाद जिले में हुआ था यह 1911 ईस्वी के देश की आजादी में इन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई यह आधुनिक बिहार के निर्माताओं में से एक थे और डॉक्टर अनुग्रह नारायण के नाम पर गया में एक कॉलेज भी खुला हुआ है
श्री कृष्ण सिंह---- श्री कृष्ण सिंह का जन्म मुंगेर जिला में हुआ था 1916 ईसवी से इन्होंने देश की आजादी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और यह बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री भी हुए थे यह आधुनिक बिहार के नेताओं में से एक थे इन्होंने अपना योगदान बिहार के लिए बहुत ही अच्छा तरह से दिया था उनको आज भी सब याद रखते हैं
बाबू जगजीवन राम ------ बाबू जगजीवन राम का जन्म 1980 में वर्तमान भोजपुर जिला के चंदवा गांव में हुआ था और आजादी की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है और बाबू जगजीवन राम ने भारत के उप प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की और फिर चल बसे
लोकनायक जयप्रकाश नारायण--- जयप्रकाश नारायण का जन्म उन्नीस सौ 2 ईसवी में छपरा जिला के सिताबदियारा गांव में हुआ था लोकनायक जयप्रकाश नारायण 1942 ईस्वी के भारत छोड़ो आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और जय प्रकाश नारायण ने 1974 ईस्वी में छात्र आंदोलन का नेतृत्व भी किया था उन्होंने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया था बाबू जयप्रकाश नारायण एक ऐसे इंसान थे जो बहुत ही रहम दिल सब के साथ क्या करते थे उनके बारे में बहुत सारी ऐसी कहानियां हैं जो हमें काफी प्रेरणा देती है
अब्दुल बारी प्रोफेसर---- अब्दुल बारी बिहार के जाने-माने मजदूर नेता थे और यह जमशेदपुर में मजदूरों के संगठन को प्रभावी बनाने के लिए जमा लिया था और इनको ही इसका श्रेय जाता है अब्दुल बारी के साथ ही आजादी की लड़ाई में उन्होंने बढ़-चढ़कर भाग लिया था अब्दुल बारी बख्तियारपुर में यात्रा करते समय रात के अंधेरे में कुंती के गार्ड ने गोली चलाई जिससे उनकी मृत्यु हो गई अब्दुल बारी जहानाबाद में उनके नाम से भवन बनाया गया है और यहां हमेशा प्रोग्राम जादू और अनेक कार्यक्रम होते रहते हैं;
अमर शहीद पीर अली --- का जन्म अमर शहीद पीर अली खन भोजपुर जिले में हुआ था 18 से 12 ईसवी में और यह पटना कॉलेज के नजदीकी एक किताब की दुकान अपनी किताब की दुकान में रहते थे अठारह सौ सत्तावन ईसवी के स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने पटना का नेतृत्व संभाला था इसमें काफी इन्होंने पटना का नेतृत्व किया था आजादी के मतवालों ने कई अंग्रेजी सैनिकों की हत्या कर दी थी और हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था पीर अली को गिरफ्तार करके अंग्रेजों ने पटना के एक सड़क पर लटका कर फांसी दे दी आजादी के लिए अपनी जान गवा दिए थे बिहार के लोग
बत्तख मियां अंसारी --- बत्तख मियां अंसारी का जन्म मोतिहारी जिले में हुआ था और जब महात्मा गांधी चंपारण आंदोलन के दौरान मसीहा राय से तो जहां वह ठहरे थे वहां के खान साहब बता क्या हित है और बतक मियां को अंग्रेजों ने लालच देकर कहा था कि गांधी जी के खाने में जहर मिला देना लेकिन वह तैयार नहीं हुए बापू की जान तो बच गई महात्मा गांधी की जान तो बच गई लेकिन बता की नौकरी खत्म हो गई और वह जीवन भर हंसते हंसते क| diya miyan को इस तरह पूरा बिहार और याद रखता है बिहारी किसी से कम नहीं थे कुछ पैसों के लिए उन्होंने महात्मा गांधी को नहीं मारा नाथूराम गोडसे ने मार दिया क्यों??????
प्रभावती देवी---- प्रभावती देवी का जन्म उन्नीस सौ छह में हुआ यह भी बिहार किए थे बिहार के मर्द तो सब में आगे रहते हैं पर औरतों ने भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और यह पीछे नहीं रहे प्रभावती देवी सिवान जिले में पैदा हुई थी और इनका विवाह विख्यात स्वतंत्रता सेनानी जय प्रकाश नारायण से हुआ था और भारत छोड़ो आंदोलन में एक जुलूस का नेतृत्व करती हुई गिरफ्तार कर ली गई थी और प्रभावती देवी को भागलपुर जेल में रखा गया था प्रभावती देवी का लंबा समय गांधी जी और कस्तूरबा बाई की सेवा में बीता और प्रभावती देवी देवी पटना के महिला सम्मेलन का गठन किया था प्रभावती देवी को भी भारत और बिहार वासी इस हिम्मत और दाद के साथ याद रखते हैं
भला राम प्यारी देवी को कौन भूल सकता है रामप्यारी देवी कांग्रेस नेता जगत की नारायण की पत्नी थी और राम प्यारी देवी का जन्म 1911 इसी में चंपारण जिले में हुआ था 1929 ईसवी में महिला विद्यापीठ में इन्हें विदेशी रत्न की उपाधि दी थी और नमक सत्याग्रह में भाग लेने के कारण जानकारी देवी को जेल जाना पड़ा था उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाई भारत स्काउट एंड गाइड संस्था के रूप में सेवा की
और बिहार के ऐसे भी स्वतंत्रता सेनानी पैदा हुए बहुत ही विख्यात प्रसिद्ध और शान से लिए जाने वाले हैं जिनमे शामिल है सर अली इमाम, खान बहादुर, खुदा बक्श, का महाराजा धीराज सर काम ईश्वर से डॉ अमरनाथ झा, स्वामी सहजानंद सरस्वती ,पंडित रामानंद तिवारी, कर्पूरी ठाकुर, दरोगा प्रसाद राय फुलेना प्रसाद, चंद्रशेखर झा, ऐसे ही बहुत सारी से तंत्र सेनानी पैदा हुए जिन्होंने बिहार और पूरे देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया
बिहार के बारे में जानकर कैसा लगा जरूर बताएं
शुक्रया
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